खगौल। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर दिव्यांग बच्चों के लिए संचालित संगम इन्क्लूसिव स्कूल,खगौल,पटना में धूमधाम से सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन बिक्रम के पूर्व विधायक अनिल शर्मा,
यूथ हॉस्टल्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ,बिहार के प्रदेश वरीय उपाध्यक्ष,सुधीर मधुकर एवं फुलवारी शरीफ के पैक्स अध्यक्ष मनीष कुमार यादव ने संयुक्त रूप से किया। उद्घाटनकर्ताओं ने अपने अपने संबोधन में कहा है कि,एक स्वस्थ बच्चे की जगह दिव्यांग बच्चों को पढ़ाना ,उसे दैनिक जीवन से जोड़ना कितना कठिन कार्य है, इसे हम सभी समझ सकते हैं। इस कार्य को जितनी लगन और मेहनत से स्कूल की संचालिका वर्षा,अध्यक्ष श्रीमती धर्मशिला देवी के साथ साथ शिक्षक मंचय ,सिमरन आदि कर रहे हैं,इन सबों की जितनी भी प्रशंसा की जाय कम होगी।
स्कूल की संचालिका मिस वर्षा एवं अध्यक्ष धर्मशीला देवी ने संयुक्त रूप से बताया कि इस दिव्यांग स्कूल में, दिव्यांग बच्चों को बेहतरीन शिक्षा दी जाती है, उसे जीवन के दैनिक कार्यों के योग्य बनाया जाता है। उसे स्वतंत्र बनाने की कोशिश की जाती है।
इस अवसर पर स्कूल की संचालिका मिस वर्षा के निर्देशन में नाटक ‘स्वीकार्यता’ की प्रस्तुति किया गया। जिसमें दिखाया गया कि दिव्यांग बच्चों के माता-पिता कभी भी इस बात को स्वीकार नहीं कर पाते हैं कि उनका बच्चा दिव्यांग है। जो दूसरे बच्चों के साथ तुलना करते हुए, अपने बच्चे को दूसरों जैसा बनाने के चक्कर में न जाने क्या-क्या कर बैठते हैं, न जाने कितना खर्च कर देते हैं और बाद में पता चलता है,खुद के साथ बच्चों का कितना नुकसान हो चुका है। इसलिए हमें चाहिए कि हमारे बच्चे जैसा भी है, उसे स्वीकार करें और इधर-उधर के चक्करों में न पड़ कर इसका सही जगह पर ईलाज व शिक्षा के लिए भेजें। माता-पिता ही इन बच्चों के लिए सबसे बड़े थेरेपिस्ट होते हैं। इसलिए किसी बाबा, भूत-प्रेत के चक्कर में न पड़ें। अपने बच्चे को खुद सिखाएं और घर पर उन्हें भरपूर प्यार और समर्थन दें।
अन्य बच्चे के साथ तुलना न कर के अपने बच्चे को समझें और उन पर विश्वास रखें। हर बच्चा अपनी अलग सोच और विशेषताओं के साथ आता है।