पाटलिपुत्र नाट्य महोत्सव का हुआ शुभारंभ, भिखारी ठाकुर के जीवन पर आधारित नाटक बटोही की हुई प्रस्तुति

PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – डेस्क)|

●पाटलिपुत्र नाट्य महोत्सव की प्रथम प्रस्तुति प्रांगण, पटना की हृषिकेश सुलभ लिखित नाटक बटोही की रही.

बटोही’ एक नाई से लेकर जननायक हो जाने की, भिखारी ठाकुर की लम्बी रचनात्मक यात्रा का आख्यान है। निम्न जाति का होने के कारण उनके साथ किए गए दुर्व्यवहार के अतिरिक्त उनकी पत्नी और बच्चे की असामायिक मृत्यु, युवा भिखारी ठाकुर के लिए असहनीय सिद्ध होती है.

वह अपने पैतृक गाँव कुतुबपुर को छोड़ कर फतेहपुर में बस जाते हैं. बाद में वे मनतुरनी से विवाह करते हैं. अपने पुत्र और पुत्री के जन्म के बाद दम्पत्ति भिखारी ठाकुर अपने पुश्तैनी गांव लौटते हैं. उनकी वापसी के बाद शीघ्र ही गाँव भयंकर सुखे की चपेट में आ जाता है. अपने परिवार को वहीं छोड़कर वे खड़गपुर आ जाते हैं, और अंततः कलकत्ता पहुँचते हैं.

एक बार कलकत्ता से लौट आने के बाद वे रामलीलाओं का आयोजन शुरू करते और बाद में ग्रामीण समुदाय की संवेदना को जगाने वाले विषयों और कथानकों को उठाते हुए अपने स्वयं के समूह नाच पार्टी की स्थापना करते हैं. अपने नाटकों से वे तुरंत ही विख्यात और लोकप्रिय हो जाते हैं, और अपने जीवन काल में ही वे एक किवंदंती बन जाते हैं. जिसे, लगभग 4 दशकों से पटना रंगमंच गतिविधियों में सक्रिय देश के चर्चित व सशक्त निर्देशक अभय सिन्हा ने मंच पर साकार किया है. दर्शक इस प्रस्तुति से गुजरते हुए भिखारी ठाकुर की पीड़ा, संघर्ष, सफलता, लोकप्रियता को गहराई से महसूस करता है.


कलाकार (मंच पर )
रामानंद सिंह – गिरीश मोहन, भिखारी ठाकुर : निलेश्वर मिश्रा, दलसिंगार ठाकुर- अनिल वर्मा

शिवकली : डॉ अंजू सुदन, बहोर ठाकुर : निशांत कुमार झा, मनतुरनी : सोमा चक्रवर्ती, मिसिर जी, मुखलाल : अमिताभ रंजन, बाबूलाल संजय सिंह, जगदेव, स्वरूप :आशुतोष कुमार, जगधारी,रामदेव बिंद, गोरख, जूठन, ओमप्रकाश, बंगाली युवा, छबीला : अतीश कुमार, भगवान साह, सोमारू, पारस चौधरी : अरविंद कुमार, कमला बबुनी : अर्पिता घोष, तिवारी बहू : शिखा कुमारी, मोती बहू : मोनी कुमारी, बुचिया प्रीति कुमारी, बुचिया के पिता आशुतोष कुमार, बुचिया का भाई, बूधन :संजय कुमार,
छोटी बेटी : आराध्या


नेपथ्यकर्मी – रूप सजा : संजय कुमार, वस्त्र विन्यास: सोमा चक्रवर्ती, अभय सिन्हा, वस्त्र एवं नाट्य सामग्री प्रभारी : रतन कुमार, अमिताभ रंजन, अतीश कुमार हारमोनियम एवं मुख्य गायक रामकृष्ण सिंह, बांसुरी : समीर कुमार, ढोलक : दिनेश कुमार, इफैक्ट,


गायकः सत्यम शेखर, गायिका : शिखा कुमारी, मोनी कुमारी, अर्पिता घोष निर्देशन सहयोग : सोमा चक्रवर्ती, संजय सिंह, मंच परिकल्पना : उमेश शर्मा, सहयोग मंच सज्जा, सुनील कुमार शर्मा, प्रकाश परिकल्पना- किशोर केशव, प्रकाश सहयोग : संजय कुमार वर्णवाल, संगीत परिकल्पना : संगीत निर्देशक : रामकृष्ण सिंह

रंजीत सिन्हा की रिपोर्ट

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