श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मन का होता है शुद्धिकरण

लखनलाल ठाकुरबारी मंदिर में नौ दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का हो रहा है आयोजन,29 अप्रैल तक चलेगा कार्यक्रम

खगौल। श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मन का शुद्धिकरण होता है। संशय दूर होता है और शांति व मुक्ति मिलती है। इसलिए हरि स्मरण व भागवत कथा श्रवण करना चाहिए। श्रीमद्भागवत कथा के श्रवण से जन्म जन्मांतर के विकार नष्ट होकर प्राणी मात्र का लौकिक व आध्यात्मिक विकास होता है।

उक्त बातें शहर के लाल चौक स्थित लखनलाल ठाकुरबारी मंदिर में आयोजित आठ दिवसीय संगीतमय एवं लीला-युक्त श्रीमद्भागवत कथा में श्रोताओं से वृन्दावन धाम से पधारे कथावाचक स्वामी सच्चिदानंद महाराज ने कही। उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत महापुराण सभी ग्रंथों का सार है। भागवत पुराण को मुक्ति ग्रंथ कहा गया है।

इसकी कथा सुनना और सुनाना दोनों ही मुक्तिदायिनी हैं और आत्मा को मुक्ति का मार्ग दिखाती है। उन्होंने बताया कि यदि कोई व्यक्ति किसी तीसरे व्यक्ति को कथा सुनने के लिए प्रेरित करता है तो पहले व्यक्ति को इस बात का भी पूरा फल मिलता है। कथा सुनने का फल सभी पुण्यों, तपस्या व सभी तीर्थों की यात्रा के फल से भी बढ़कर है।

हर मनोकामना होती है पूर्ण

​​कथावाचक ने कहा कि भागवत कथा का आयोजन करने तथा सुनने के अनेक लाभ हैं। इसे आयोजित कराने तथा सुनने वाले व्यक्तियों-परिवारों के पितरों को शांति और मुक्ति मिलती है। आत्मिक ज्ञान की प्राप्ति करते हुए आप सांसारिक दुखों से निकल पाते हैं। हर मनोकामना पूर्ण होती है।

श्रीमद्भागवत कथा के महत्व को समझाते हुए उन्होंने कहा कि भागवत कथा में जीवन का सारा तत्व मौजूद है। आवश्यकता है निर्मल मन को स्थिर कर कथा श्रवण करने की। भागवत कथा के श्रवण से मनुष्य को परमानंद की प्राप्ति होती है। श्रीहरि के कृपापात्रों को संसार में कोई भयभीत नहीं कर सकता।

इसलिए हर किसी को कथा का आयोजन कराना चाहिए।

29 अप्रैल को एक दिवसीय अखंड कीर्तन एवं प्रसाद वितरण के साथ होगा समापन

शहर के लाल चौक स्थित लखनलाल ठाकुरबारी मंदिर में 21 अप्रैल से श्रीमद्भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है। जो 28 अप्रैल तक चलेगा।

29 अप्रैल को एक दिवसीय अखंड कीर्तन के साथ कार्यक्रम की समाप्ति की जाएगी। प्रसाद वितरण में सैकड़ों लोगों को प्रसाद ग्रहण करने की व्यवस्था की गई है। आयोजनकर्ता धर्मप्रेमी संघ के अध्यक्ष रीतेश कुमार उर्फ बिट्टू एवं वार्ड पार्षद रेखा देवी ने बताया कि इस दौरान प्रतिदिन संध्या 5 बजे से 8 बजे तक कथा का आयोजन किया जा रहा है। भक्तों के बीच प्रतिदिन प्रसाद का भी वितरण किया जा रहा है।

हर रोज भारी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालु दूर-दूर से चलकर भागवत कथा को सुनने यहां पहुंच रहे हैं। धर्म प्रेमी संघ के सारे सदस्यों ने इसके आयोजन में बढ़-चढ़कर अपना योगदान दिया है।
कार्यक्रम में धर्म प्रेमी संघ के अध्यक्ष रितेश कुमार उर्फ बिट्टू,वार्ड पार्षद श्रीमती रेखा देवी,पूर्व वार्ड पार्षद भरत पोद्दार, राजनाथ राय, आशुतोष श्रीवास्तव, राकेश कुमार गुप्ता,चंदू प्रिंस, प्रसून कुमार, अमित मेहता उर्फ राजा, राजनाथ राय, धर्मेंद्र सिंह, राकेश कुमार मेहता उर्फ पप्पू, नवीन कुमार,बबलू सहित अन्य श्रद्धालु बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।

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