भारत रेल के पहियों का करेगा निर्यात, हर साल बनेंगे 80 हजार पहिए

टेंडर जारी किया गया

नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि पहियों का निर्यातक बनने का ब्लूप्रिंट तैयार किया है. पहिया प्लांट बनाने के लिए एक निविदा जारी की गई है जो हर साल कम से कम 80,000 पहियों का निर्माण करेगी. रेल मंत्री ने कहा है कि यह पहली बार है कि रेलवे ने प्राइवेट कंपनियों को भारत में हाई स्पीड ट्रेनों के लिए व्हील प्लांट और व्हील बनाने के लिए आमंत्रित करने करने के लिए टेंडर जारी किया है.
गौरतलब है कि भारतीय रेलवे को हर साल 2 लाख पहियों की जरूरत होती है. योजना के मुताबिक स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड इनमें से एक लाख पहिए की सप्लाई करेगा बाकी पहियों का प्रोडक्श नए ‘मेक इन इंडिया’ प्लांट में होगा.

मीडिया से बातचीत में रेल मंत्री ने कहा कि निविदा इस शर्त पर दी जाएगी कि प्लांट पहियों का निर्यातक भी होगा और उसका निर्यात बाजार यूरोप होगा. वैष्णव ने कहा है कि निविदा की शर्तो के अनुसार प्लांट को 18 महीने के भीतर स्थापित करना होगा.

रेल मंत्री ने कहा, ‘आज यह निविदा जारी की गई है. हम 1960 से ही यूरोपीय देशों से पहियों का आयात करते रहे हैं. अब हमने इनका मैन्युफैक्चरिंग और निर्यात करने का फैसला किया है.यह फैसला पूरे तकनीकी विश्लेषण और इसके लिए जरूरी कच्चे माल की देश में उपलब्धता जैसे बिंदुओं पर चर्चा के बाद लिया गया है.”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *