PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
पार्टी और परिवार में टूट के लिए चाचा व केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस को जिम्मेदार ठहराने वाले चिराग पासवान एक बार फिर अपने चाचा के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। वैशाली में रविवार को आयोजित मिलन समारोह में जमुई सांसद चिराग ने कहा कि हाजीपुर से चाचा को चुनाव लड़ाना उनकी सबसे बड़ी भूल थी।
चिराग ने माफी मांगते हुए कहा कि यह मेरी गलती थी। मैंने चाचा के नाम को आगे कर उन्हें हाजीपुर लड़ने की बात कही थी। जमुई सांसद ने कहा कि चाचा को हाजीपुर से चुनाव लड़ाने की बात पर मापा-पिता पर दबाव डाल हामी भराना मेरे जीवन की सबसे बड़ी भूल थी।
रविवार को वैशाली में आयोजित मिलन समारोह में तीन बार विधायक रहे डा. अच्युतानंद सिंह को अपनी पार्टी की सदस्यता दिलाने के दौरान चिराग ने कहा कि रामविलास पासवान और मेरी मां रीना पासवान नहीं चाहती थीं कि पशुपति कुमार पारस हाजीपुर लोकसभा से चुनाव लड़ें।
पापा मुझे हाजीपुर से चुनाव लड़ने के लिए कहा करते थे। मैंने उनकी बातों को ठुकरा कर जमुई से चुनाव लड़ा। हालांकि चिराग ने यह साफ नहीं किया कि वह जमुई छोड़कर हाजीपुर से चुनाव लड़ेंगे या नहीं।
गौरतलब है कि अभी हाजीपुर के सांसद रामविलास पासवान के छोटे भाई व चिराग पासवान के चाचा केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस हैं। भले लोकसभा चुनाव में अभी दो साल बचे हैं पर इलेक्शन से पहले ही चिराग के बयान ने राजनीतिक चर्चा तेज कर दी है। उनके बयान के बाद अटकलें लगाई जा रही हैं कि चिराग हाजीपुर से चुनाव लड़ सकते हैं।
लोजपा में टूट के बाद चिराग पासवान लगातार चाचा पशुपति कुमार पारस के साथ ही नीतीश कुमार पर हमला कर रहे हैं। राज्य की बदहाली के लिए वह बिहार सीएम को जिम्मेदारी ठहरा रहे हैं।
चिराग ने बिहार में होने वाले विधान परिषद चुनाव में भी राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के खिलाफ अपने प्रत्याशी उतारने की बात कही है। हालांकि अभी तक चिराग ने अपने उम्मीदवारों का ऐलान नहीं किया है।