PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की मुश्किलें बढ़ कती हैं। ब्राह्मणों के ऊपर दिए गए विवादित बयान के बाद उनके खिलाफ भागलपुर कोर्ट में परिवाद दायर किया गया है। अधिवक्ता राजीव कुमार झा ने विवादित बयान को लेकर भागलपुर कोर्ट में एक परिवाद दर्ज कराया है।
पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी द्वारा ब्राह्मणों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी किए जाने की जिला कांग्रेस कमेटी ने निंदा की है। कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष डा अभय आनंद ने कहा कि मुख्यमंत्री को इस मामले में त्वरित संज्ञान लेते हुए मांझी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए।
चाहे कोई भी जाति हो उसके खिलाफ वैसी ही कार्रवाई की जानी चाहिए जैसी कार्रवाई अनुसूचित जाति के खिलाफ बोलने वालों पर होती है। अगर, सरकार खामोश रहती है तो यह माना जाएगा की मांझी की ऐसी करतूतों को उनका समर्थन प्राप्त है।
भाजपा को उनकी निंदा करने के बजाय एनडीए गठबंधन से बाहर करने जैसी कार्रवाई करनी चाहिए। अन्यथा इस मामले में बीजेपी नेताओं की कोरी बयानबाजी सवर्णों को छलने जैसा माना जाएगा। विरोध करने वालों में अभिषेक चौबे, रविंद्र नाथ यादव, सौरभ पारिक, राजेश कुमार सिंह, विष्णु शर्मा, गोपाल शर्मा आदि शामिल है।