PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की काशी यात्रा पर अखिलेश यादव की ओछी टिप्पणी करोड़ों शिव भक्तों का अपमान है। जिन लोगों ने अयोध्या में राम भक्तों पर गोलियां चलवाई और मथुरा के कृष्ण भक्तों की भावना का कभी समर्थन नहीं किया, वे राजनीतिक विरोधियों के मरने की कामना कर अपने नैतिक पतन की गहराई बता रहे हैं।
मोदी ने कहा कि काशी विश्वनाथ धाम परिसर का लोकार्पण कर प्रधानमंत्री मोदी ने भारत को सदियों की दासता और धार्मिक उत्पीडऩ से उपजी हीन भावना से उबरने का अवसर दिया।
इसे दुनिया देख रही है। वोटबैंक की राजनीति करने वालों को काशी का यह भव्य और बहुआयामी विकास अच्छा नहीं लगा। सपा, राजद, कांग्रेस जैसी पार्टियां आधुनिक भारत में मध्यकालीन आक्रमणकारियों की प्रवक्ता बनी हुई हैं।
सुशील मोदी ने एक दिन पहले अपने एक अन्य ट्वीट में कहा कि राम जन्म-भूमि मंदिर का शिलान्यास, केदारनाथ धाम और अब काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण कर पीएम मोदी ने सोमनाथ मंदिर के नवनिर्माण की परंपरा को आगे बढ़ाया।
उन्होंने याद दिलाया कि लौहपुरुष सरदार पटेल की प्रेरणा से सोमनाथ मंदिर के नवनिर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ, जिसका उद्घाटन हमारे प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेंद्र प्रसाद ने किया था। राज्यसभा सदस्य मोदी ने कहा कि यह भव्य परिसर जहां भारत की सांस्कृतिक नवजागरण का प्रतीक है, वहीं इससे पूर्वांचल में पर्यटन उद्योग और हस्तशिल्प को बढ़ावा मिलेगा।
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के कैमूर-रोहतास जैसे पश्चिमी अंचल में रहने वाले लाखों लोग बेहतर चिकित्सा, शास्त्र- सम्मत पूजा-पाठ, दाह संस्कार और शिक्षा के लिए बनारस को राजधानी की तरह मानते हैं, उन्हें काशी का नया रूप निकटतम अवसर के रूप में अब ज्यादा आकर्षित करेगा।
उन्होंने कहा कि विश्वनाथ धाम परिसर का निर्माण तीन साल के रिकार्ड समय में पूरा कर प्रधानमंत्री ने योजनाओं के क्रियान्वयन की नई कार्यसंस्कृति का नया कीर्तिमान स्थापित किया। उन्होंने वहां निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों के साथ भोजन कर श्रम की गरिमा स्थापित की।