PATNA (BIHAR NEWS NETWORK – DESK)
पूर्व केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान को पद्मभूषण सम्मान दिए जाने से उनके भाई पशुपति पारस और बेटे चिराग पासवान दोनों ही खुश हैं। दोनों ने इसके लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार जताया है।
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष एवं केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री पशुपति कुमार पारस एवं सांसद प्रिंस राज ने लोजपा के संस्थापक रामविलास पासवान को मरणोपरांत पद्म भूषण से सम्मानित किए जाने पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को बधाई दी है।
वहीं, चिराग ने कहा कि इस सम्मान के लिए राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी ओर से, अपने परिवार और पार्टी की ओर से हृदय से आभार प्रकट करता हूं और उनका आभारी खुद को बताया।
पारस ने कहा कि रामविलास पासवान ने पांच दशकों से ज्यादा समय तक राजनीति में अपने जीवन को गरीबों, शोषितों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों की सेवा में समर्पित कर दिया। उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित कर केंद्र सरकार ने गरीबों, शोषितों और समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों को सम्मान देने का काम किया है।
उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग की कि रामविलास पासवान की कर्मभूमि हाजीपुर में उनकी आदमकद प्रतिमा लगाई जाए और पार्टी के प्रदेश कार्यालय को राष्ट्रीय स्मारक एवं उनके जन्म दिन पांच जुलाई को अवकाश घोषित किया जाए। प्रदेश मीडिया प्रभारी ललन कुमार चंद्रवंशी ने भी राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को बधाई दी है।
लोजपा (राम विलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने पिता रामविलास पासवान को मिले पद्म भूषण सम्मान को मंगलवार को दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से ग्रहण किया। पार्टी के मीडिया प्रभारी कृष्ण सिंह कल्लू ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि श्रीकृष्णापुरी स्थित पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे को गुलाल लगाकर बधाई दी और जश्न मनाया।
लोजपा के संस्थापक रहे और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को समाज व जन सेवा के लिए मरणोपरांत उन्हें पद्म भूषण से सम्मानित किया गया। उनके सांसद पुत्र चिराग पासवान ने मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द के हाथों से यह सम्मान ग्रहण किया।
इस मौके पर राष्ट्रपति भवन में रामविलास पासवान की पत्नी रीना पासवान और पुत्री निशा भारती मौजूद थीं। चिराग ने ट्वीट कर कहा कि आज का दिन मिश्रित भावनाओं से भरा है। एक तरफ जहां आंखें नम हैं तो वहीं सीना गर्व से भरा हुआ है। पापा को आज मिला सम्मान बेहद खास है। पहली बार है कि ऐसे खास मौके पर मां और मेरे साथ वे खुद मौजूद नहीं हैं।