2030 तक भारतीय रेल शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला दुनिया का पहला रेल नेटर्वक बन जाएगा

NEW DELHI (BNN – डेस्क)| सोमवार को लोकसभा में रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन मांगों के अनुदान पर पाटलिपुत्र सांसद रामकृपाल यादव ने चर्चा की एवं मोदी सरकार की उपलब्धियों को गिनाया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक भारतीय रेल शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला दुनिया का पहला रेल नेटवर्क बन जाएगा.

भाजपा सरकार ने रेलवे में सुरक्षा व संरक्षा पर विशेष जोर दिया। इससे रेल दुर्घटनाओं में कमी आई है. पहले वोट बैंक को देखकर योजनाओं की घोषणा की जाती थीं. लेकिन, भाजपा सरकार ने बिना किसी भेदभाव के विकास किया. साथ ही पुरानी लंबित योजनाओं का भी क्रियान्वयन कराया. यह इसी का उदाहरण है.

बिहटा-औरंगाबाद रेललाइन-  सांसद रामकृपाल यादव के अनुरोध पर इस रेलखंड के लिए 2007 में घोषणा और शिलान्यास का कार्य तो कर दिया गया। पर रेलखंड के निर्माण कार्य के लिए राशि आवंटित नहीं की गई. उन्होंने सदन में इस रेललाइन परियोजना का कार्य शुरू कराने की मांग की.
वहीं, सांसद ने पाटलिपुत्र संसदीय क्षेत्र में रेल यात्रा को और भी सुखद बनाने के लिए कई मांगों को सदन में प्रमुखता से रखा. तरेगना रेलवे क्रॉसिंग पर रेल ओवर ब्रिज निर्माण कार्य बंद है. इसे शीघ्र शुरू कराने का अनुरोध उन्होंने रेल मंत्री पीयूष गोयल से किया.

बेहद व्यस्ततम फुलवारी रेलवे क्रॉसिंग पर रेल ओवर ब्रिज का निर्माण कराने की मांग उठाई. दानापुर व बिहटा स्टेशन पर वेटिंग लॉन्ज का निर्माण, तरेगना व बिहटा स्टेशन पर एस्केलेटर का निर्माण एवं स्टेशन का सौंदर्यीकरण, पुनपुन स्टेशन पर फुट ओवर ब्रिज व वेटिंग हॉल का निर्माण एवं स्टेशन का सौंदर्यीकरण, बिहटा स्टेशन पर विक्रमशिला एक्सप्रेस व ब्रह्मपुत्रा मेल के ठहराव का अनुरोध किया. उन्होंने गया-पटना रेलखंड पर पूर्व की भांति सभी हॉल्ट पर पैसेंजर ट्रेनों के ठहराव की मांग की.

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